अहमदाबाद/नई दिल्ली: फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) में भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी के साथ कॉलेजों की मान्यता में गड़बड़ी करने में घिरे मोंटू पटेल के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस करके इस मुद्दे को उठाया। गोहिल ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी कब मोन्टू पटेल को बाहर निकालेगी। मोन्टू पटेल मूलरूप से गुजरात के गांधीनगर जिले के रहने वाले हैं। उनके ऊपर आरोप हैं कि उन्होंने काउंसिल के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए काफी धांधली की। इतना ही नहीं उन्होंने फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के तौर भ्रष्टाचार किया और मोटी रिश्वत लेकर कालेजों को मान्यता दी। गोहिल ने आरोप लगाया कि पांच हजार करोड़ के घोटाले में लिप्त पीसीआई अध्यक्ष मोंटू पटेल को केंद्र सरकार बचा रही है।

गोहिल ने प्रेस कांफ्रेंस में रखी यें मांगें

गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्य सभा के सदस्य शक्ति सिंह ने गोहिल ने मांग की है कि इतने आरोपों के बाद भी बीजेपी ने अभी तक मोन्टू पटेल को बीजेपी से नहीं निकाला है। गोहिल ने कहा कि वे पीएम मोदी से मांग करते हैं कि भ्रष्टाचार करने वाले मोन्टू पटेल को पार्टी से निकाला जाए। उन्होंने कहा कि मोन्टू पटेल बीजेपी के युवा मोर्चे की सेल से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बीजेपी गुजरात युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रशांत कोराट के साथ वाली एक तस्वीर भी दिखाई। गोहिल ने कहा कि तमाम तथ्य सामने आने के बाद भी सीबीआई ने मजबूत फैक्ट कोर्ट में नहीं रखे। गोहिल ने कहा सीबीआई सख्ती से जांच करे। इसके बाद गोहिल ने कहा कि वे मांग करते हैं कि फार्मेसी काउंसिल में मोन्टू पटेल के राज को खत्म करने के लिए केंद्र द्वारा बनाए गए प्रावधान को इसी मानसून सत्र में पास किया जाए। गोहिल ने प्रेस कांफ्रेंस में मोंटू पटेल के खिलाफ नितिन गडकरी द्वारा लिखी गई शिकायती चिट्‌ठी भी दिखाई।

रिटायर जज को सौंपें PCI

गोहिल ने कहा कि वे केंद्र सरकार और पीएम मोदी से मांग करते हैं कि जब केंद्र सरकार की नई व्यवस्था अमल में आए तब तक फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया का काम रिटायर जज की निगरानी में चले। गोहिल ने कहा कि मोन्टू पटेल पर 5000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने का आरोप है लेकिन सीबीआई ने अरेस्ट तक नहीं किया। कोर्ट में यह कह दिया कि उन्होंने फोन पर बात की थी। गोहिल ने कहा कि फॉर्मेसी काउंसिल को भ्रष्टाचार मुक्त किए जाने के लिए इन मांगों को पूरा किया जाए। मोन्टू पटेल पर सीबीआई का शिकंजा कसने के बाद अभी काउंसिल का काम उपाध्यक्ष जशु चौधरी देख रहे हैं। उन्हें मोन्टू पटेल का विश्वस्त माना जाता है।