शिवपुरी। शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र में पुलिस थाने के सामने ही बीच चौराहे पर एक वैश्य समुदाय के युवा को बेइज्जत करने के उद्देश्य से सिर पर जूता रखवाया गया था। इस मामले में जब मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आनन फानन पीड़ित परिवार से संपर्क किया। परंतु राजनीतिक हस्तक्षेप और दबंग आरोपियों के चलते पीड़ित परिवार अभी भी सामने नहीं आया। उसके बाद जब मामला तूल पकड़ा तो इस मामले नगर रक्षा समिति के सोनाराम जाटव की रिपोर्ट पर इस मामले में दोनों आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

विदित हो कि बीते दो माह पूर्व टोरिया तिराहे पर सार्थक के भाई और दोस्त घूमने गए थे बहां कुलदीप रावत पुत्र सुल्तान रावत आया और गाली-गलौज करते हुए सार्थक के भाई के साथ मारपीट कर दी इसी बीच सार्थक खुद बहां पहुंच गया और सार्थक पुत्र मनीष गुप्ता व कुलदीप रावत के बीच हाथपाई हो गई थी। इस घटना के बाद दबंग कुलदीप रावत ने सार्थक को पीटने की धमकी दी। उसके बाद दोनों के बीच विवाद चलता रहा उसके बाद इस मामले में पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा की एंट्री हुई। उन्होंने दोनों पक्षों में राजीनामा कराने के नाम पर यह घटना कारित हुई।

बताया जा रहा है कि इस मामले में बात तय हुई कि सार्थक बीच चौराहे पर सिर पर आरोपी पक्ष का जूता रखकर माफी मांगेगा। उसके बाद पूर्व मंत्री सामने एक दुकान में बैठे रहे। बताया जा रहा है कि उसके बाद आरोपी परिवार ने वहां लोगों को कॉल लगा लगा कर बुलाया। बताया जा रहा है इस दौरान वहां भाजपा के नेता मंडल अध्यक्ष धीरज व्यास, कमलेश तिवारी, जिला कार्यसमिति सदस्य विजय यादव, मंडल महामंत्री और पीड़ित के चाचा पवन गुप्ता, पार्षद पूरन राठौड़ सहित 2 सैकड़ा लोग मौजूद थे।

बताया जाता है कि उक्त आरोपी पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा का खाश माना जाता है आरोपियों ने अपना दबदबा बनाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया। अब इस तरह की घटना के बाद पूरी भाजपा तमाशबीन बनी रही यह सबसे बड़ी बात है।

यह वीडियो सबसे पहले स्वतंत्र शिवपुरी ने वायरल किया था। उसके बाद जब मामले ने तूल पकड़ा तो अग्रवाल समाज ने इस मामले में तत्काल आपातकाल बैठक बुलाई। समाज की एकजुटता के बाद पुलिस बैकपुट पर आई। बताया जा रहा है इस वीडियो वायरल के बाद शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रतिनिधि राकेश गुप्ता, पत्रकार अशोक अग्रवाल, भरत अग्रवाल सहित समाज बंधुओं के आक्रोश दिखाया तो तत्काल पुलिस बैकपुट पर आई।

बताया जा रहा ही कि इस घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार से संपर्क किया, परंतु आरोपियों का भय इतना है कि पूरा समाज एकजुट होने के बाद भी पीड़ित परिवार FIR के लिए सामने नहीं आ सका। बताया जा रहा है कि इस मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस ने आनन फानन में नगर रक्षा समिति से सदस्य सोनाराम जाटव की शिकायत पर आरोपी छोटू रावत, कुलदीप रावत के खिलाफ 196/1/b के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लेकर आरोपी छोटू रावत को गिरफ्तार कर लिया है।

राठखेड़ा बोले: मेरे सामने राजीनामा हुआ, में मौके पर नहीं था
इस मामले में अब पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि जब वह दिल्ली से लौटकर आ रहे थे अभी वहां उन्हें यह लोग मिले थे। दोनों ही मेरे परिवार के लोग है दोनों के बीच बात हो गई और में निकल आया था। यह घटना मेरे निकलने के बाद की है, अब अगर कोई वीडियो में में दिख जाऊ तो जो सजा कहोगे उसका हकदार हूं। हालांकि घटना के वक्त बहां सुरेश राठखेड़ा की गाड़ी मौजूद है और यहां तक की बड़े राजनीतिक व समाजिक लोगो ने इसकी निंदा की है लेकिन कोई प्रतिक्रिया सुरेश राठखेड़ा की नहीं आई। गाड़ी होने से लोगो ने कि सुरेश राठखेड़ा को भी इस करनामे में पर्दे के पीछे शामिल होने के आरोप लगाए है।