भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यदव ने आज राजधानी भोपाल के शिवाजी नगर में स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज पहुंचकर छात्राओं से संवाद किया और उनके कौशल विकास पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया. मुख्यमंत्री ने छात्राओं की प्रतिभा को देखकर कहा कि अपनी प्रतिभा और योग्यता के बल पर विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहीं बेटियां ही प्रदेश-देश का भविष्य हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल में आयोजित हो रहे महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में शामिल होने आ रहे हैं, इस सम्मेलन में करीब 2 लाख महिलाओं के शामिल होने का अनुमान है, इसमें स्वरोजगार से जुड़ी महिलाएं, उद्यमी महिलाएं, कार्पोरेट में जॉब कर रहीं महिलाएं, छात्राएं सहित अन्य अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाएं शामिल होंगी.

जब सीएम डॉ मोहन यादव ने ली छात्राओं के साथ सेल्फी 
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर  की जन्म जयंती पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रंखला में ये महिला सम्मेलन आयोजित हो रहा है,  इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री महिला पॉलिटेक्निक पहुंचे और छात्राओं से संवाद किया, संवाद का जो माहौल था वो बहुत ही सहज और आत्मीय था, सीएम इतने सहज हो गए कि उन्होंने सेल्फी लेने का आग्रह कर रही छात्राओं के साथ उनका मोबाइल लेकर खुद उनके साथ सेल्फी ली.

कौशल, ज्ञान और समर्पण से अपनी नई पहचान बना रहीं बेटियां 
सीएम ने कहा लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी होल्कर ने शिक्षा से मातृशक्ति के सशक्तिकरण, स्वावलंबन एवं समृद्धि के जो प्रतिमान स्थापित किए थे, उसकी उज्ज्वल झलक देख हृदय आनंदित है. अपनी प्रतिभा और योग्यता के बल पर विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहीं बेटियां ही प्रदेश-देश का भविष्य हैं. कौशल, ज्ञान और समर्पण से अपनी नई पहचान बना रहीं बेटियों को अपने लक्ष्य तक पहुंच कर सर्वोच्च सफलता प्राप्त करने हेतु मेरी अग्रिम शुभकामनाएं हैं.

हमारी बहनों की जिंदगी बेहतर बने यही प्रयास 
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये महिला पॉलिटेक्निक मेरे जन्म से भी पहले बना है मैं यहाँ बहनों से मिलने आया हूँ पॉलिटेक्निक से दक्षता से हमारी बहनों की जिंदगी बेहतर बने,  रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई, झांसी की रानी ये मध्य प्रदेश की बेटियां रहीं जिन्होंने शासन भी चलाया बलिदान का उदाहरण बनी.

रानी दुर्गावती, अहिल्याबाई, रानी लक्ष्मीबाई से गौरवांवित है हमारा अतीत  
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सुशासन की बात आती है, महिला सशक्तिकरण की बात आती है. तो हमारी बहनों के अतीत के हिस्सों में को भी जानने की जरुरत है. अंग्रेजों ने जो भ्रम फैलाया था कि हमारे यहाँ महिलाओं की इज्जत नहीं होती तो हमें अतीत को देखकर बताना चाहिए कि कैसे रानी दुर्गावती ने 300 साल पहले अकबर को परास्त किया और बलिदान दिया कैसे वो 52 युद्ध जीतीं, अहिल्या बाई, रानी झाँसी का शौर्य सब जानते है ये हमारा गौरवशाली अतीत है.