गुजरात में गरजे मोदी: ‘अब सिंधु जल नहीं, पाकिस्तान को जवाब मिलेगा’

अहमदाबाद: पहलगाम आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' से बदला लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर में कहा है कि थोड़ा पानी रोका तो पाक बौखला गया। अभी तक मैंने कुछ ज्यादा किया ही नहीं है। अभी हम डैम से कचरा निकाल रहे हैं। हम किसी से दुश्मनी नहीं चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह टिप्पणी 1960 में हुए सिंधु जल समझौते पर बोलते हुए कही। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी का पाकिस्तान पर बड़ा प्रहार बाकी है। जब पीएम मोदी ने यह कहा कि तो उस समय कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल भी मौजूद थे। गौरतलब हो कि पाकिस्तान खेती योग्य भूमि के 80 फीसदी हिस्से की प्याज सिंधु के पानी बुझती है। करीब 16 मिलियन हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होती है। अभी तक पाकिस्तान को भारत की सतलज, चिनाब, झेलम और सिंधु नदी का पानी मिल रहा था। सिंधु जल समझौते पर कराची में 19 सितंबर, 1960 को भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने हस्ताक्षर किए थे।
सिंधु जल समझौते पर बोले पीएम
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर वाटर स्ट्राइक करते हुए सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया था। भारत के पानी रोकने पर पाकिस्तान तिममिला गया था। पाकिस्तान के नेताओं ने अनाश-शनाप बयान दिए थे। यहां तक कहा था कि अगर भारत ने पानी रोका तो खून बहेगा, हालांकि तब जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा था कि हम ऐसी धमकियों ने नहीं डरते हैं। पीएम मोदी ने गुजरात में शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ और शहरी विकास वर्ष 2025 के शुभारंभ समारोह में कहा कि देखिए हम अपना काम में लगे थे प्रगति की राह पर चले थे, हम सबका भला चाहते हैं और मुसीबत में मदद भी करते हैं लेकिन बदले में खून की नदियां बहती हैं। 1960 में जो सिंधु जल समझौता हुआ है अगर उसकी बारीकी में जाएंगे तो आप चौंक जाएंगे।
60 साल नहीं खोले गए गेट
पीएम मोदी ने कहा कि उसमें यहां तक तय हुआ कि जो जम्मू-कश्मीर की अन्य नदियों पर बांध बने हैं उनकी सफाई का काम नहीं किया जाएगा। उसके लिए गेट नहीं खोले जाएंगे। 60 साल तक गेट नहीं खोले गए। जिसमें शत प्रतिशत पानी भरना चाहिए था धीरे-धीरे उसकी क्षमता कम हो गई। क्या मेरे देशवासियों को पानी पर अधिकार नहीं है क्या? अभी हमने कुछ ज्यादा किया नहीं है और वहां पसीना छूट रहा है। हमने सफाई शुरू की है, इतने से वहां बाढ़ आ जाती है। पीएम मोदी के ताजा बयान के चर्चा शुरू हो गई है कि क्या पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जो वाटर स्ट्राइक की थी क्या उसका फाइनल प्रहार अभी बाकी है। अगर भारत ने बांधों की सफाई करके जल स्टोरेज की क्षमता बढ़ा ली तो पाकिस्तान का गला सूखना तय है। वह तबाही के कगार पर आ जाएगा।